#बिटिया_दिवस #कैसे_दूं_बधाई ?

#बिटिया_दिवस 

#कैसे_दूं_बधाई आज बिटिया दिवस की आज बेटियों की अस्मत लूटी जा रही है बेटी जलाई जा रही बेटीयां मारी जा रही है , जहाँ हम सभी की मानवीय संवेदनायें लगभग पूरी तरह समाप्त हो चुकी हों ऐसे मे समय बधाइयों का नही खुद के लिये शोक मनाने का है , अस्मत बेटी की नही लुटती है  हमारी लुटती है जब हम #अंधभक्ति में इतना खो जाते है कि नजरो के सामने महिला समाज पर होने वाले जुल्म के विरुद्ध आवाज उठाने सत्ताधारियों से सवाल करने इंसाफ के लिये लड़ने की बजाय जब "मौन साध लेते हैं" कारण सिर्फ अंधभक्ति "जिसे खुद से चुना उसे गलत कैसे स्वीकार करें?" अपनी अंतर आत्मा को मारकर कब तक जियोगे 

आज बिटिया दिवस पर प्रण लीजिये अपनी अंतर आत्मा को जगाते हुए जुल्म के विरुद्ध चुप नही रहेंगे  तभी मारी गयी बेटियों को सही मायने में श्रद्धांजलि होगी व बिटिया दिवस साकार होगा

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